दोस्तों आपने IAS और PCS के बारे में अवश्य सुना होगा मगर क्या आप जानते हैं कि IAS और PCS में क्या अंतर है ? क्या आपको पता है कि IAS और PCS में कौन बड़ा होता है? इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको यही जानकारी देने जा रहे हैं| अगर आप भी सिविल सेवाओं की परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं और सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपको जरूर पढ़नी चाहिए| आइये देखें की IAS तथा PCS में क्या अंतर होता है
IAS के बारे में पूरी जानकारी
(IAS का फुल फॉर्म होता है Indian Administrative Services)
a.इनकी बहाली संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित अखिल भारतीय सिविल सर्विसेस परीक्षा All India Civil Services Examination के माध्यम से होती है। 3 चरणों में परीक्षा होने के बाद उच्च रैंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को IAS मिलता है और आई एफ एस मिलता है
b. केंद्र सरकार द्वारा स्थापित केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (सीएटी) लोक सेवकों की भर्ती और सेवा संबंधित सभी मामलों का फैसला करता है।
PCS के बारे में पूरी जानकारी – नियुक्ति वह परीक्षा के बारे में
(PCS का फुल फॉर्म होता है Provincial Civil Services)
a. ये राज्य लोक सेवा आयोग (एसपीएससी) द्वारा आयोजित की जाने वाली राज्य सिविल सेवा परीक्षा द्वारा भर्ती किए जाते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि आप उत्तर प्रदेश में पीसीएस अधिकारी बनना चाहते हैं तो आपको यूपीपीएससी अर्थात उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में प्रतिभाग लेना होगा और उच्च अंक आने पर आपको पीसीएस नियुक्ति मिलेगी
b. संबंधित राज्य सरकार के विशेष अनुरोध पर केंद्र सरकार द्वारा स्थापित राज्य प्रशासनिक न्यायाधिकरण (एसएटी) राज्य सरकार के कर्मचारियों की भर्ती और सेवा संबंधित सभी मामलों का फैसला करता है।
पीसीएस कैसे बने पीसीएस की तैयारी कैसे करें
IAS(भारतीय प्रशासनिक सेवा) | PCS( राज्यलोक सेवा) |
1. IAS की परीक्षा तीन चरणों– प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार या व्यक्तित्व परीक्षण में होती है। प्रश्न तथ्यात्मक की तुलना में अधिक अवधारणात्मक होते हैं। 2. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अनिवार्य योग्यता एप्टीट्यूड परीक्षा (सीसैट) होती है जो उम्मीदवारों की तर्क कौशल का आसानी से परीक्षण करता है।c. इसमें एकमात्र क्वालिफाइंग क्षेत्रीय भाषा का पेपर होता है। | 1. PCS Exam भी तीन चरणों में होती है लेकिन इसमें अवधारणात्मक प्रश्नों की बजाय तथ्यात्मक प्रश्नों पर जोर दिया जाता है। 2. राज्य लोक सेवा परीक्ष में सीसैट का पेपर हो भी सकता है और नहीं भी।c. कुछ राज्यों में अनिवार्य रूप से क्षेत्रीय भाषा का पेपर या सांख्यिकी का पेपर होता है। |
3.नियुक्ति की प्रक्रिया मैं अंतर
आईएएस और पीसीएस अधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया में भी काफी अंतर होता है|आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा होती है लेकिन ये उन्हें आवंटित किए गए कैडर में राज्य सरकार के अधीन कार्य करते हैं। पीसीएस अधिकारियों की नियुक्ति राज्य के राज्यपाल द्वारा होती है इसलिए ये पूरी तरह से राज्य सरकार के नियंत्रण में होते हैं।
4.निष्कासन IAS and PCS Me निष्कासन की प्रक्रिया मैं अंतर
अब जानते हैं कि आईएएस और पीसीएस अधिकारियों को पद से निष्कासित कैसे किया जाता है|एक आईएएस अधिकारी को सेवा से निष्कासित करने का अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार (विशेषतौर पर राष्ट्रपति) को है। राज्य सरकार के पास इन अधिकारियों के स्थानांतरण, निलंबन और निष्कासन का पूरा अधिकार होता है।
5. IAS and PCS वेतन और वेतनमान IAS और PCS में अंतर
IAS | PCS |
a. IAS का वेतन और पेंशन कैडर राज्य देता है। चाहे ये किसी भी राज्य में सेवा दे रहे हों पूरे देश में इसका वेतनमान एकसमान होता है।b. कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के तहत कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग भारत में केंद्रीय कार्मिक एजेंसी है जो लोक सेवकों की नौकरी, वेतन, कैडर प्रबंधन और प्रशिक्षण के वर्गीकरण से संबंधित है। | a. PCS अधिकारियों का वेतन और पेंशन पूरी तरह से राज्य सरकार के हाथों में होता है। ये जिन राज्यों में सेवा दे रहे होते हैं उनके अनुसार इनका वेतनमान अलग हो सकता है।b. कार्मिक विभाग या आम प्रशासनिक विभाग राज्य की केंद्रीय कार्मिक एजेंसी होती है और यही एजेंसी इनकी नौकरी, वेतन, कैडर प्रबंधन और प्रशिक्षण के वर्गीकरण से संबंधित होती है। |
a. 7वें वेतन आयोग के अनुसार IAS का वेतन – IAS की Salary और PCS की Salary
ग्रेड | वेतन | वेतनमान | वर्ष की सेवा अनिवार्य | पद |
कनिष्ठ स्केल | 50,000 – 1,50,000 | 16,500 | उप | सब– डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम), एसडीओ या उप– कलेक्टर (2 वर्ष की परिवीक्षा के बाद) |
वरिष्ठ टाइम स्केल | 50,000 – 1,50,001 | 20,000 | 5 वर्ष | जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) या कलेक्टर या सरकार के मंत्रालय में संयुक्त सचिव |
कनिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड | 50,000 – 1,50,002 | 23,000 | 9 वर्ष | विशेष सचिव या अलग–अलग सरकारी विभागों के प्रमुख |
चयन ग्रेड | 1,00,000 – 2,00,000 | 26,000 | 12 से 15 वर्ष | मंत्रालय में सचिव |
सुपर टाइम स्केल | 1,00,000 – 2,00,000 | 30,000 | 17 से 20 वर्ष | सरकार के बेहद महत्वपूर्ण विभाग में प्रमुख सचिव |
सुपर टाइम स्केल से उपर | 1,00,000 – 2,00,000 | 30,000 | विविध | विविध |
एपेक्स स्केल | 2,25,000 (निर्धारित ) | लागू नहीं | विविध | राज्य के मुख्य सचिव, भारत सरकार के अलग-अलग मंत्रालयों में संयुक्त सचिवालयों के प्रभारी |
कैबिनेट सेक्रेटरी ग्रेड | 2,50,000 (निर्धारित) | लागू नहीं | विविध | भारत के कैबिनेट सचिव |
b. PCS Salary and Pay Scale कितना होता है
PCS अधिकारी का वेतन एवं वेतनमान राज्य सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अन्तर्गत तय है। यह हर राज्य में अलग अलग होता है। उदहारण के लिए राजस्थान में
Pay Band: PB-3 (15600-39100)
Grade Pay: 5400
Basic Salary: 15600
6. IAS और PCS – पदोन्नति और पद IAS और PCS में अंतर
IAS | PCS |
a. एक आईएएस अधिकारी अपना करिअर एसडीएम (स्वतंत्र कार्यालय) से शुरु कर सकता है और भारत सरकार में सचिव पद तक पहुंच सकता है।b. नौकरी शुरु करने के बाद एक आईएएस अधिकारी को जिला का कलक्टर बनने में करीब 5-7 वर्षों का समय लग सकता है।c. इनकी कार्यप्रणाली सभी जानते हैं और सभी पदोन्नतियां समय पर होती हैं। | a. एक पीसीएस अधिकारी अपने राज्य सेवा के नियमों के अनुसार करिअर की शुरुआत करता है। पीसीएस अधिकारियों की पदोन्नति की प्रक्रिया जिन आईएएस अधिकारियों के साथ काम कर रहे होते हैं, उनकी तुलना में धीमी होती है।b. राज्य सेवा में काम करने वाले व्यक्ति को आईएएस अधिकारी के पद जितना प्रगति करने में 15-17 वर्षों का समय लग सकता है और संभव है उस उंचाई तक पहुंचने से पहले वह सेवानिवृत्त भी हो जाए। c. हालांकि अखिल भारतीय सेवा अधिनियम, 1951 के वरिष्ठ पदों पर तैंतीस वर्षों से अधिक नहीं होना चाहिए और आईएएस, आईपीएस और आईएफएस सेवाओं के एक तिहाई पद राज्य सेवा में नियुक्त अधिकारियों के पदोन्नति द्वारा भरी जाने की आवश्यकता है। |
7. अन्य अवसर
आईएएस अधिकारी निर्देश के अनुसार केंद्र सरकार के विदेशों में स्थित अलग– अलग कार्यालयों में प्रतिनियुक्ति के आधार पर अपनी सेवाएं देते हैं। आईएएस अधिकारी अंतर– कैडर स्थानांतरण के पात्र होते हैं और आवश्यकता के अनुसार इन्हें अलग– अलग राज्यों में प्रतिनियुक्ति के आधार पर नियुक्त किया जा सकता है।
पीसीएस अधिकारी को अलग– अलग विभागों में प्रतिनियुक्ति के आधार पर नियुक्त किया जा सकता है लेकिन अपने कैडर राज्य में ही।
हालांकि भारतीय प्रशासनिक सेवा और राज्य लोक सेवा दोनों ही सेवाओं को देश में प्रशासनिक शासन के सुचारू संचालन के एक एजेंडे के तहत बनाया गया था लेकिन राज्य के अनुसार नौकरी के नियमों और विनियमों में अंतर है।
दोस्तों यह था एक आईएएस और पीसीएस में क्या अंतर होता है इसके बारे में जानकारी| हम आशा करते हैं कि आपको यह जानकारी बहुत पसंद आई होगी अगर आप पूरी जानकारी पसंद आई है तो कृपया इस पोस्ट को लाइक जरूर करें और पेज को शेयर करने की कृपा करें