Career in Law- लॉ में करियर कैसे बनायें-वक़ालत के अतिरिक्त भी हैं अच्छे विकल्प

दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि Career in Lawलॉ में करियर कैसे बनायें और लॉ में करियर के क्या क्या आप्शन हैं . पिछली पोस्ट में हमने बताया था कि एडवोकेट कैसे बने – अधिवक्ता कैसे बने – वकील कैसे बने –.क़ानून की पढाई का मतलब सिर्फ जज या अधिवक्ता तक सिमित नहीं रह गया है –

ऐसा नहीं है कि लॉ में करियर सिर्फ एडवोकेट या वकील के तौर पर ही बनाया जा सकता है | प्रैक्टिस करने या वकालत करने के अतिरिक्त भी ढेरो और अच्छे विकल्प मौजूद हैं लॉ के क्षेत्र में | आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको उन्ही करियर विकल्प के बारे में अवगत कराने जा रहे हैं |

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लॉ करने के बाद वकालत के अतिरिक्त आप ये कर सकते हैं

वर्तमान में कानून की पढाई कोर्ट और कचहरी से बहुत आगे निकल चुकी है। यदि इससे अलग करियर बनाना चाहते हैं, तो नए-नए अवसर के द्वार खुले हुए हैं। आज लॉ की डिग्री लेने के बाद आप कंप्यूटर फॉरेंसिक (Computer Forensic) से लेकर एन्वॉयरनमेंटल एक्सपर्ट (Environmental Expert) तक बन सकते हैं। बस जरूरत है लॉ की डिग्री लेने की और अपनी रुचि के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने की।

वक़ालत के अतिरिक्त भी हैं अच्छे विकल्प 

लॉ में ग्रेजुएशन करने के बाद आपके पास सिर्फ वकील बनने का ही विकल्प नहीं है, बल्कि आप अपनी इच्छानुसार देश-विदेश की मल्टीनेशनल कंपनियों में भी नौकरी कर सकते हैं। अनुभव के बाद सरकारी विभागों और निजी कंपनियों के लिए लीगल कंसल्टेंट का काम भी कर सकते हैं। राज्य और केंद्र सरकारों में अटॉर्नी जनरल भी लीगल सेक्टर के एक्सपर्ट और बेहद अनुभवी होते हैं। एजुकेशन और रिसर्च से जुडे रहने के इच्छुक युवा एलएलएम और एलएलडी करने के बाद टीचिंग के प्रोफेशन में भी जा सकते हैं। भारतीय व भारतीय मूल की तमाम देसी और मल्टीनेशनल कंपनियां तेजी से आगे बढ रही हैं।

लॉ के बाद ज्वाइन कर सकते हैं इन क्षेत्रों को

मर्जर, डी-मर्जर, अधिग्रहण, डिस्प्यूट्स आदि की बढती गतिविधियों के चलते ये कंपनियां अट्रैक्टिव पैकेज पर प्रतिभाशाली लॉ ग्रेजुएट्स को नियुक्त करने लगी हैं। डेवलपर्स और बिल्डर्स को भी वकीलों और भूमि से जुडे कानूनी मामलों के जानकारों की बडी संख्या में जरूरत महसूस हो रही है। लॉ को कॅरियर के रूप में चुनने वाले अधिकांश विद्यार्थियों का सपना होता है न्यायिक सेवा परीक्षा (Judicial Service Examination) में चयनित होकर सिविल न्यायाधीश (Civil Judge) का पद प्राप्त करना। आप परीक्षा पास करके प्राप्त कर सकते हैं। सिविल जज के प्रतिष्ठापूर्ण पद के अतिरिक्त वकीलों (Lawyers) को संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) द्वारा उनके अनुभव के आधार पर केंद्रीय सेवाओं में भी नियुक्त किया जाता है। केंद्रीय स्तर पर लॉ ऑफिसर, लीगल एडवाइजर, डिप्टी लीगल एडवाइजर आदि के पद हैं।

ज्वाइन कर सकते हैं राज्य स्तरीय न्यायिक पदों को

राज्यों में राज्य पुलिस, राजस्व एवं न्यायिक विभागों में वकीलों की नियुक्ति की जाती है। विभिन्न स्तर के अधीनस्थ न्यायालयों (Subordinate Courts) में न्यायिक दंडाधिकारी (Judicial Magistrate), जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सब मजिस्ट्रेट, लोक अभियोजक, एडवोकेट जनरल, नोटरी एवं शपथ पत्र आयुक्त के पद उपलब्ध हैं। इन पदों पर न्युक्ति के लिए आपको राज्य लोक सेवा आयोग  की ओर से PCS(J) की परीक्षा को पास करना पड़ता है  |सरकारी स्तर पर जजों तथा अन्य लॉ सेवकों का वेतन, वेतन आयोग द्वारा निर्धारित होता है। इसी तरह सॉलीसिटर, पब्लिक डिफेंडर, अटार्नी जनरल, एडवोकेट जनरल और डिस्ट्रिक अटॉर्नी जैसे पद भी पाए जा सकते हैं।

बन सकते हैं कॉरपोरेट क्षेत्र में लीगल एडवाइजर

कॉरपोरेट घरानों और कंपनियों से जुडे वकीलों का भी वेतन आकर्षक होता है।  कई जगह कंपनी सेक्रेटरी के रूप में और लॉ रिपोर्ट लिखने हेतु राइटर की भूमिका में भी रोजगार पाया जा सकता है।

लॉ के बाद सेना, नवरत्न और महारत्न कंपनियों में भी हैं करियर के अवसर

लॉ में स्नातक और परास्नातक करने के बाद आपके लिए करियर के कई दरवाज़े खुल जाते हैं | सेना , कोल इंडिया , बैंकिंग जैसे संस्थानों में भी आप बतौर लॉ प्रोफेशनल काम कर सकते हैं | सबसे ख़ास बात ये है कि इन विभागों में आप को काफी अच्छा वेतन और एनी सुविधाएं भी दी जाती है |

लॉ के बाद बन सकते हैं असिस्टेंट प्रोफेसर

लॉ में स्नातक और परास्नातक करने के बाद अगर आपने 55 प्रतिशत मार्क अर्जित किया है तो आप नेट के एग्जाम को दे सकते हैं | शोध करने के बाद या शोध के दौरान ही आप असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए अप्लाई कर सकते हैं

शिक्षण और रक्षा सेवा में भी जाने के विकल्प इस पेशे में हैं। लॉ कोर्स के तहत सिविल लॉ, क्रिमिनल लॉ, कॉरपोरेट लॉ, प्रॉपर्टी लॉ, इन्कम टैक्स लॉ, इंटरनेशनल लॉ, फैमिली लॉ, लेबर लॉ, प्रेस लॉ, एक्साइज लॉ, कॉन्स्टीटयूशनल लॉ, एडमिनिस्ट्रेशन लॉ, सेल ऑफ गुड्स लॉ, ट्रेड मार्क, कॉपीराइट, पेटेंट लॉ आदि के बारे में पढाया जाता है। लॉ के इन विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल कर इनमें भी करियर बनाया जा सकता है।

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तो दोस्तो ऐसा नहीं है कि लॉ की पढाई सिर्फ आपको वकालत करने का ही अवसर देती है | अगर आपको हमारी ये पोस्ट पसंद आई हो तो प्लीज इसे लाइक और शेयर ज़रूर करे ताकि और लोगों को इस जानकारी का लाभ मिल सकते

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