Indian Navy Marcos Commando पूरी जानकारी

Indian Navy Marcos Commando: Indian Marine Commandos भारत के मार्कोस (मरीन) कमांडो सबसे ट्रेंड और मार्डन माने जाते हैं। यह Indian Navy इंडियन नेवी की स्पेशल ऑपरेशंस फोर्स यूनिट है|  भारत का नेवी सील्स (Navy Seals) कहा जाता है| Marcos Commandos भारतीय नौसेना के लिए तैयार किया जाता है लेकिन ये जमीन और आसमान में कहीं भी दुश्मन से लोहा लेने के लिए तैयार और दक्ष होते हैं.

गुप्त हमलों के खिलाफ बॉम्बे हाई में अपतटीय संपत्तियों की रक्षा के लिए मरीन कमांडो (MARCOS) की आवश्यकता को पहली बार 1985 में स्वीकार किया गया था। कमांडो का काम उन आतंकवादियों को बाहर निकालना था जिन्होंने पहले से ही एक तेल उत्पादन मंच पर कब्जा कर लिया था। “भारतीय समुद्री विशेष बल (आईएमएसएफ)” की स्थापना और कमांडो संस्करण के हेलीकॉप्टरों को बॉम्बे से बॉम्बे हाई तक तेजी से उड़ाने के लिए मंजूरी दी गई थी।

मार्कोस को दुनिया के बेहतरीन यूएस नेवी सील्स की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। मार्कोस कमांडो बनाना आसान नहीं है। इसके लिए सेलेक्‍ट होने वाले कमांडोज को कड़ी परीक्षा से गुजरना होता है। 20 साल उम्र वाले प्रति 10 हजार युवा सैनिकों में एक का सिलेक्शन मार्कोस फोर्स के लिए होता है। इसके बाद इन्हें अमेरिकी और ब्रिटिश सील्स के साथ ढाई साल की कड़ी ट्रेनिंग करनी होती है। देश के मरीन कमांडो जमीन, समुद्र और हवा में लड़ने के लिए पूरी तरह से सक्षम होते हैं।

MARCOS की अमेरिकी नेवी सील्स के साथ ट्रेनिंग

अमेरिकी सील्स कमांडो फोर्स और इंडियन मार्कोस फोर्स का आपस में गहरा रिश्ता है। दोनों देशों के बीच आपसी ट्रेनिंग का करार है। मार्कोस फोर्स का गठन नेवी सील्स की तर्ज पर किया गया है। अमेरिकी सील्स का नाम सी. एयर एंड लैंड से बना है। यानी इसके ट्रेंड कमांडो तीनों स्थानों पर किसी भी ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम होते हैं। 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी ओसामा बिन लादेन खात्मा यूएस नेवी सील्स के कमांडोज ने ही किया था।

हाथ-पैर बंधे होने पर भी तैर सकते हैं मार्कोस Seal Commando

मार्कोस इंडियन नेवी के स्पेशल मरीन कमांडोज हैं। स्‍पेशल ऑपरेशन के लिए इंडियन नेवी के इन कमांडोज को बुलाया जाता है। ये कमांडो हमेशा सार्वजनिक होने से बचते हैं। मार्कोस हाथ पैर बंधे होने पर भी तैरने में माहिर होते हैं। नौसेना के सीनियर अफसर की मानें तो परिवार वालों को भी उनके कमांडो होने का पता नहीं होता है। मार्कोस का मकसद आतंकियों को उन्हीं के तरीके से मारना, जवाबी कार्रवाई, मुश्किल हालात में युद्ध करना, लोगों को बंधकों से मुक्त कराना जैसे खास ऑपरेशनों को पूरा करना है। मुबंई हमले में मार्कोस ने भी आतंकियों को काबू किया था।

Indian Navy Marcos Seal commando uniform

इंडियन नेवी मरीन कमांडो Marcos Commando Uniform – मिट्टी के कलर की होती है जिस पर हल्के हरे रंग के पीछे पड़े होते हैं| नीचे दी गई तस्वीर में हमने आपको मार्कोस कमांडो यूनिफॉर्म को दिखाने की कोशिश की है| Kaisebane.in इस फोटो की पुष्टि नहीं करता

Indian Navy Marcos Seal commando uniform
Indian Navy Marcos commando uniform

शांति काल में Marcos कमांडो की ड्रेस Indian Navy Uniform ही होती है| मगर ऑपरेशन के दौरान इंडियन मार्कोस कमांडो की ड्रेस बदल जाती है|

MARCOS Commando Salary Per month

5,000 से रु. 100,000. इस वेतन पैकेज में मूल वेतन, ग्रेड वेतन, सैन्य सेवा वेतन और अन्य भत्ते जैसे उच्च ऊंचाई भत्ता, उड़ान भत्ता और पनडुब्बी भत्ता शामिल हैं। किसी भी सेवा में कार्यरत व्यक्ति का वेतन उसकी रैंक, उनकी पोस्टिंग के स्थान और उनके कर्तव्यों की प्रकृति के आधार पर भी भिन्न होता है। कुछ सेवाओं में रिस्क एलाउंसेस भी दिए जाते हैं|

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