दोस्तों आज इस पोस्ट में MBA से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी हम आपको देने वाले हैं कि एमबीए क्या है एमबीए कैसे कर सकते हैं एमबीए करने के लिए क्या योग्यता चाहिए| एमबीए के लिए कौन-कौन से एंट्रेंस एग्जामिनेशन होते हैं एमबीए कितने प्रकार का होता है और एमबीए के बाद क्या-क्या जॉब अवसर हैं|MBA पूरी जानकारी Hindi Me
MBA ही क्यों?
अगर दोस्तों भारत में बात करें तो एक बेहतर कैरियर के दृष्टिकोण से एमबीए सबसे प्रसिद्ध कोर्स है | अगर आप में प्रबंधन के गुण हैं आप समय के पाबंद है और अच्छे टीम लीडर हैं और साथ ही साथ आप एक अच्छे वक्ता हैं तो एमबीए कोर्स आपके लिए बहुत ही उपयुक्त रहेगा| प्राइवेट सेक्टर में मिलने वाली नौकरियों में अच्छे संस्थान से एमबीए करने वाले छात्रों को मिलने वाले पैकेज तुलनात्मक रूप से बहुत अधिक होते हैं| आगे चलकर परिश्रम उचित सेवा गुणवत्ता और कंपनी के लिए अनुभव वाले कुशल प्रबंधक की मांग और बढ़ जाती है और उसी अनुपात में वेतन और अन्य सुविधाएं मिलती अगर कहा जाए तो भारत में एमबीए का कोर्स आप की महत्वाकांक्षाओं को नौकरी के माध्यम से पूरा करने वाला कोर्स है|
भारत में इस फील्ड का मांग सबसे अधिक है क्योंकि अधिकतर विद्यार्थी का मानना है एमबीए एक अच्छे कोर्स होने के साथ-साथ एक अच्छा करियर रूप भी प्रधान करता है इसलिए इस कोर्स की प्रधानता भारत के साथ-साथ विदेशो में भी अधिक है.
MBA, 19 वी सदी के बाद से प्रचलन में आया, जिसका मुख्य उद्देश्य स्नातक शिक्षा की गुणवत्ता को और ज्यादा निखारना था जो बाद में चलकर प्रसिद्ध हुआ. इस कोर्स के माध्यम से विद्यार्थी बेहतर भविष्य बना सकते हैं नीचे एमबीए से संबंधित सभी तरह की जानकारी इकट्ठा किया गया है जो आपको पूरी तरह जानकारी देने में सहयोग करेगा.
MBA कोर्स क्या है? (MBA Course Details in Hindi)
दोस्तों अब बात करते हैं कि एमबीए कोर्स क्या है? एमबीए व्यवसाय प्रशासन में 2 साल की मास्टर डिग्री कोर्स है जो व्यवसाय से संबंधित विस्तृत शैक्षिक विषयों को संबोधित करता है इस कोर्स के द्वारा Business Management, Marketing Skills, Business Skills आदि को प्रोत्साहित किया जाता है ताकि इसकी गुणवत्ता को और अच्छे से निखारा जा सके.
एमबीए व्यावसायिक शिक्षा के गुणवत्ता को और निखारने का विशेष रूपरेखा प्रदान करता है, जिससे उन विषयों को विस्तृत रूप से तैयार किया जाता है. एमबीए लेखांकन, विपणन, अनुसंधान, अभियान प्रबंधन आदि विषयों से परिचित करवाने के लिए इसका प्रयोग मुख्य रूप से किया जाता है. यानि इस कोष के द्वारा विद्यार्थी इन सभी विषयों में प्रमुखता हासिल करते हैं जो उन्हें एक उच्च लेवल पर लेकर जाता है
एमबीए ग्रेजुएशन के बाद किया जाए तो उन्हें सिर्फ 2 वर्ष समय देना होता है जिसमें उन्हें इस कोर्स से संबंधित बिज़नेस की सभी आवश्यक जानकारी प्रदान किया जाता है. कोई भी ग्रैजुएट कैंडिडेट एमबीए करने के लिए योग्य होता है बशर्ते ग्रेजुएशन में कम से कम 50% मार्क्स होना चाहिए.
- 12वी से भी संभव है.
- ग्रेजुएशन डिग्री (जरूरी है)
- ग्रेजुएशन में 50% मार्क्स (कम से कम)
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- बिज़नेस की समझ
- इंग्लिश स्किल
- कोई भी ग्रेजुएशन/ मास्टर डिग्री
- कुछ नया सीखने की लगन
आवश्यक नहीं कि बताए गए सभी योग्यता किसी एक मनुष्य में हो लेकिन एमबीए करने के लिए इनमें से कुछ का होना अति आवश्यक है.
प्रवेश परीक्षा (MBA के लिए एंट्रेंस एग्जाम)
एमबीए में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थी को एंट्रेंस एग्जाम से होकर गुजरना होता है पर यह सभी कॉलेजों के लिए जरूरी नहीं होता. इंडिया में, बहुत सारे ऐसे कॉलेज हैं जो बिना एंट्रेंस एग्जाम के, जरूरी योग्यता और सर्टिफिकेशन के आधार पर भी एडमिशन ले लेते हैं.
अगर आप एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एमबीए में एडमिशन लेना चाहते हैं पहले आपको एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना होता है उसके बाद सिलेक्टेड कॉलेज में काउंसलिंग के जरिए आपको एडमिशन मिलता है आप इस कोर्स को डिस्टेंस (Distance) से भी कर सकते हैं.
कुछ ऐसे भी कॉलेज होते हैं जहां एमबीए में एडमिशन लेने के लिए जरूरी योग्यता के साथ-साथ किसी कंपनी से 1 या 2 साल का वर्क एक्सपीरियंस होना जरूरी होता है जिसके आधार पर इंडिया के प्रसिद्ध कॉलेज में एडमिशन होता है.