NSG Full Form- नेशनल सिक्योरिटी गार्ड  ब्लैक कैट कमांडो

इस पोस्ट में हम NSG Full Form जानेंगे, एनएसजी कमांडो बनाए जाते हैं, एनएसजी का ट्रेनिंग सेंटर कहां है| एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड)देश के सबसे अहम कमांडो फोर्स में एक है जो गृह मंत्रालय के अंदर काम करते हैं। आतंकवादियों की ओर से आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर लडऩे के लिए इन्हें विशेष तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। मेजर उन्नीकृष्णन को कौन नहीं जानता| भारतीय थल सेना के मेजर उन्नीकृष्णन 26/11 हमले के दौरान NSG फोर्स में डेपुटेशन पर थे और आतंकवादियों से लड़ते हुए उन्होंने वीरगति प्राप्त की | 26/11 मुंबई हमलों के दौरान एनएसजी की भूमिका को सभी ने सराहा था। इसके साथ ही वीआईपी सुरक्षा, बम निरोधक और एंटी हाइजैकिंग के लिए इन्हें खासतौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इनमें आर्मी के लड़ाके शामिल किए जाते हैं, हालांकि दूसरे फोर्सेस से भी लोग शामिल किए जाते हैं। इनकी फुर्ती और तेजी की वजह से इन्हें ब्लैक कैट भी कहा जाता है।

NSG Full Form क्या होता है

NSG Full Form होता है National Security Gaurd

NSG Full Form in Hindi – राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड

NSG – राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड या नेशनल सिक्योरिटी गार्ड को Black Cat Commando भी कहा जाता है

NSG नेशनल सिक्योरिटी गार्ड फोर्स में कैसे भर्ती होते हैं

NSG – Black Cat Commandos की कोई सीधी भर्ती नहीं होती- हर साल भारतीय सेना- Indian Army , Indian Airforce तथा Indian Navy से और CAPF केंद्रीय पुलिस फोर्स जैसे कि Border Security Force, ITBP, CRPF, SSB , CISF और अर्धसैनिक बलों जैसे कि Assam Rifles से सिपाहियों का तथा अधिकारियों का चयन किया जाता है| एक चुनौतीपूर्ण ट्रेनिंग के बाद ही उन्हें NSG Force के लिए फिट घोषित किया जाता है| हरियाणा के मानेसर में NSG का मुख्यालय है| बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसफ असिस्टेंट कमांडेंट को भी डेपुटेशन पर NSG में रखा जाता है

ध्यातव्य है कि IPS कैडर के भी कुछ अधिकारियों को NSG में भर्ती किया जाता है

NSG – National Securiry Gaurds का क्या काम है

राज्य के मुख्यमंत्रियों को सुरक्षा देना, किसी भी आतंकवादी हमले से निपटने, आंतरिक सुरक्षा में आकस्मिक तौर पर निस्तारण करना, देश की सीमाओं के भीतर किसी भी प्रकार की सुरक्षा से संबंधित चुनौतियों का सामना करना ब्लैक कैट कमांडो का मुख्य कार्य है | आपको जानकारी देने की प्रधानमंत्री की सुरक्षा NSG नहीं करती| प्रधानमंत्री सुरक्षा की जिम्मेदारी SPG – स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की होती है|

NSG केंद्र सरकार के अधीन आकस्मिक तैनाती बल है जो अपहरण विरोधी ऑपरेशनों, बचाव संबंधी ऑपरेशनों और देश के विभिन्न हिस्सों में किसी भी रुप में घटित आतंकवादी गतिविधियों से लड़ने के लिए CAPF केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों का पूरा सहयोग करता है । राष्ट्रीय सुरक्षा गारद को विशेष परिस्थितियों से निपटने के लिए विशेष रुप से सुसज्जित और प्रशिक्षित किया गया है । अत: इसका उपयोग विशेष परिस्थितियों में ही किया जाता है
इस बल को राज्यों के पुलिस बलों और भारतीय संघ के अन्य अर्धसैनिक बलों के कार्यों को पूरा करने के लिए नहीं बनाया गया है ।

NSG का गठन कब किया गया

1984 में किया गया एनएसजी का गठन
एनएसजी को 16 अक्टूबर 1984 में बनाया गया था ताकि देश में होने वाली आतंकी गतिविधियों से निपटा जा सके। एनएसजी का मूल मंत्र है सर्वत्र सर्वोत्तम सुरक्षा। कमांडोज एनएसजी को नेवर से गिव अप भी कहते हैं। लेकिन ब्लैक कैट कमांडो बनना कोई आसान काम नहीं है। काली वर्दी और बिल्ली जैसी चपलता के चलते इन्हें ब्लैक कैट कहा जाता है। हर किसी को ब्लैक कैट कमांडो बनने का मौका नहीं मिलता है। इसके लिए आर्मी, पैरा मिलिट्री या पुलिस में होना जरूरी है। आर्मी से 3 और पैरा मिलिट्री से 5 साल के लिए जवान कमांडो ट्रेनिंग के लिए आते हैं।

देश में कितने एनएसजी कमांडो है

देश में करीब 14500 एनएसजी कमांडो
देश में करीब 14500 एनएसजी कमांडो हैं, जिन्हें ढाई साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद तैयार किया जाता है। लेकिन ये ट्रेनिंग इतनी मुश्किल होती है कि आधे तो कुछ ही महीनों में छोड़कर चले जाते हैं। ट्रेनिंग के दौरान इन्हें उफनती नदियों और आग से गुजरना, बिना सहारे पहाड़ पर चढऩा पड़ता है। भारी बोझ के साथ कई किमी की दौड़ और घने जंगलों में रात गुजारना भी इनकी ट्रेनिंग का हिस्सा है।

एनएसजी nsg commando के पास क्या-क्या हथियार होते हैं

अत्याधुनिक हथियारों से रहते हैं लेस
एनएसजी कमांडो बिना हथियार के भी दुश्मन के लिए घातक साबित होते हैं फिर भी यह अत्याधुनिक हथियारों से सज्जित रहते हैं| सूझबूझ और चतुराई के साथ अपने दुश्मन को टारगेट करने के लिए ही नेशनल सिक्योरिटी गार्ड से एनएसजी कमांडो को जाना जाता है

इजराइल से मंगाए जाते हैं खास हथियार
NSG (National Security Gaurds) के लिए हथियार खास तौर पर इजराइल से मंगाए जाते हैं। ये रात के अंधेरे में भी खतरनाक ऑपरेशन्स को अंजाम दे सकते हैं। ये फोर्स एक मशीन की तरह काम करती है। जिसके पुर्जे एक-दूसरे से मिले होते हैं।

नेशनल सिक्योरिटी गार्ड nsg commando की ट्रेनिंग कैसी होती है

शारीरिक ट्रेनिंग nsg commando
फिजिकल ट्रेनिंग- इसके लिए उम्र 35 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। सबसे पहले फिजिकल और मेंटल टेस्ट होता है। 12 सप्ताह तक चलने वाली ये देश की सबसे कठिन ट्रेनिंग होती है। शुरूआत में जवानों में 30-40 प्रतिशत फिटनेस योग्यता होती है, जो ट्रेनिंग खत्म होने तक 80-90 प्रतिशत तक हो जाती है

फिजिकल ट्रेनिंग के बाद होता है इंटरव्यू NSG Black Cat Commandos
Black Cat Commandosकी टे्रनिंग बहुत ही कठोर होती है। जिस तरह से आईएएस चुनने के लिए पहले प्री-परीक्षा होती है, फिर मेन और अंत में इंटरव्यू। जिसका शायद सबसे बड़ा मकसद यह होता है कि अधिक से अधिक योग्य लोगों का चयन हो। ठीक उसी तरह से कमांडोज फोर्स के लिए भी कई चरणों में चुनाव होता है। सबसे पहले जिन रंगरुटों का Black Cat Commandos के लिए चयन होता है, वह अपनी-अपनी सेनाओं या Armed Forces के सर्वश्रेष्ठ सैनिक होते हैं। इसके बाद भी उनका चयन कई चरणों में गुजर कर होता है। अंत में ये सैनिक टेनिंग के लिए हरियाणा राज्य के मानेसर पहुंचते हैं तो यह देश के सबसे कीमती और जांबाज सैनिक होते हैं।

15-20 फीसदी सैनिक अंतिम दौड़ तक पहुंचने में रह जाते
जरूरी नहीं है कि ट्रेनिंग सेंटर पहुंचने के बाद भी कोई सैनिक अंतिम रूप से Black Cat Commandos बन ही जाए। नब्बे दिन की कठोर टेनिंग के पहले भी एक हफ्ते की ऐसी टे्रनिंग होती है जिसमें 15-20 फीसदी सैनिक अंतिम दौड़ तक पहुंचने में रह जाते हैं। लेकिन इसके बाद जो सैनिक बचते हैं और अगर उन्होंने नब्बे दिन की टेनिंग कुशलता से पूरी कर ली तो फिर ये सैनिक ऐसे खतरनाक NSG Black Cat Commandos में ढलते हैं जिनकी डिक्शनरी में असफलता जैसा कोई शब्द कभी होता ही नहीं।

NSG ब्लैक कैट कमांडो की ट्रेनिंग कितने दिन की होती है

नब्बे दिन की विशेष ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी करनी होती है
एनएसजी कमांडोज कीे ट्रेनिंग कितनी कठिन होती है, इसको कुछ तथ्यों से समझा जा सकता है। किसी भी चुने हुए रंगरुट को एनएसजी Black Cat Commandos बनने से पहले नब्बे दिन की विशेष टेनिंग सफलतापूर्वक पूरी करनी होती है जिसकी शुरुआत में 18 मिनट के भीतर 26 करतब करने होते हैं और 780 मीटर की बाधाओं को पार करना होता है। अगर चुने गये रंगरुट शुरुआत में यह सारा कोर्स बीस से पच्चीस मिनट के भीतर पूरा नहीं करते, तो उन्हें रिजेक्ट कर दिया जाता है। जबकि टेनिंग के बाद इन्हें अधिक से अधिक 18 मिनट के भीतर ये तमाम गतिविधियां निपटानी होती हैं।

ए श्रेणी हासिल करनी है तो नौ मिनट में पूरा करना होता है कोर्स
अगर किसी Black Cat Commandos को ए-श्रेणी हासिल करनी है तो उसे यह पूरा कोर्स नौ मिनट के भीतर पूरा करके दिखाना होता है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि इस प्रारंभिक कोर्स में जो बाधाएं होती हैं, वे सब एक जैसी नहीं होतीं। इन बाधाओं में कोई तिरछी होती है तो कोई सीधी। कोई ऊंची होती है तो कोई जमीन से सटी हुई। अलग-अलग तरह की 780 मीटर की इस बाधा को एनएसजी के टेनिंग रंगरूट को अधिकतम 25 मिनट के भीतर और अच्छे कमांडोज में शुमार होने के लिए 9 मिनट के भीतर पूरी करनी होती है।

50-62 हजार जिंदा कारतूसों का फायर प्रैक्टिस में प्रयोग करना होता है
किसी भी चुने गए nsg कमांडो को नब्बे दिनों की अनिवार्य ट्रेनिंग के दौरान पचास से बासठ हजार जिंदा कारतूसों का अपनी फायर प्रैक्टिस में प्रयोग करना होता है। जबकि किसी सामान्य सैनिक की पूरी जिंदगी में भी इतनी फायर प्रैक्टिस नहीं होती। कई बार तो एक दिन में ही एक रंगरूट को दो से तीन हजार फायर करनी होती है।

Black Cat Commandos मानसिक ट्रेनिंग होती है सबसे सख्त
कमांडोज की मानसिक टेनिंग भी बेहद सख्त होती है। उनमें कूट-कूट कर देशभक्ति का जज्बा भरा जाता है। अपने कर्तव्य के प्रति ऊंचे मानदंड रखने की लगन भरी जाती है। दुश्मन पर हर स्थिति में विजय प्राप्त करने की महत्वाकांक्षा भरी जाती है और अंत में अपने कर्तव्य के प्रति हर हाल में ईमानदार बने रहने की मानसिक टे्रनिंग दी जाती है। इस दौरान इन कमांडोज को बाहरी दुनिया से आमतौर पर बिल्कुल काट कर रखा जाता है। न उन्हें अपने घर से संपर्क रखने की इजाजत होती है और न ही उन सैन्य संगठनों से, जहां से वे आए होते हैं

यहां पर हमने जानकारी हासिल की NSG Full Form होता है National Security Gaurd, जिन्हें हिंदी में राष्ट्रीय सुरक्षा गारद भी कहते हैं| इस फोर्स में आर्मी तथा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान और अधिकारी को डेपुटेशन पर रखा जाता है| NSG सिर्फ इमरजेंसी में एक्टिवेट की जाती है

NSG Commando Salary कितनी होती है

जिस पद के लिए और जिस फोर्स में उनका चयन आरंभ में होता है उनकी सैलरी का स्ट्रक्चर वही रहता है लेकिन NSG ज्वाइन करने के बाद कुछ भत्ते बढ़ जाते हैं| कुछ सुविधाओं में भी इजाफा हो जाता है| रिस्क अलाउंस, डेपुटेशन एलाउंस जुड़ने के बाद वार्षिक सैलरी में 2 लाख रुपए तक का इजाफा हो जाता है| उदाहरण के तौर पर अगर आप सीमा सुरक्षा बल में असिस्टेंट कमांडेंट है और आपकी Monthly सैलरी 90000 हैं तो अगर आप डेपुटेशन पर NSG ज्वाइन करते हैं आपकी Monthly सैलरी 120000-130000 तक हो जाएगी| बाकी सैलरी और भत्ते गोपनीय विषय होते हैं तो इनके बारे में हम आपको विस्तार से नहीं बता सकते हैं

NSG के अलावा भारत में कौन-कौन सी कमांडो Forces है

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